अगर आप ऐसी सरकारी योजना की तलाश में हैं जो सुरक्षित हो, टैक्स छूट दे, और गारंटीड ब्याज भी प्रदान करे,
तो राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (National Savings Certificate – NSC) आपके लिए एक उत्कृष्ट विकल्प है।
यह योजना मुख्य रूप से उन निवेशकों के लिए है जो जोखिम-मुक्त (Risk-Free) और स्थिर रिटर्न की चाह रखते हैं,
और साथ ही टैक्स बचत (Tax Saving) भी करना चाहते हैं।
यह योजना पूरी तरह भारत सरकार द्वारा गारंटीड (Fully Secured by Government of India) है
और देश के सभी डाकघरों (Post Offices) में उपलब्ध है।
राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र क्या है?
National Savings Certificate (NSC) एक फिक्स्ड इनकम इन्वेस्टमेंट स्कीम है,
जिसमें निवेशक एकमुश्त राशि जमा करता है और एक निश्चित अवधि के बाद
उसे ब्याज सहित पूरी राशि वापस मिलती है।
यह योजना Post Office Small Savings Scheme का हिस्सा है और
Income Tax Act की धारा 80C के तहत टैक्स छूट का लाभ भी देती है।
मुख्य उद्देश्य
- नागरिकों में दीर्घकालिक बचत की आदत विकसित करना।
- आम जनता को सुरक्षित निवेश का अवसर देना।
- टैक्स छूट और गारंटीड ब्याज के माध्यम से आर्थिक स्थिरता प्रदान करना।
- सरकारी योजनाओं के माध्यम से जनता को वित्तीय सुरक्षा से जोड़ना।
राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र के लाभ (Benefits of NSC)
लाभ का प्रकार | विवरण |
---|---|
सरकारी सुरक्षा | पूरी तरह भारत सरकार द्वारा गारंटीड निवेश। |
टैक्स छूट | धारा 80C के अंतर्गत ₹1.5 लाख तक छूट। |
गारंटीड रिटर्न | हर साल निश्चित ब्याज दर से रिटर्न। |
मिड-रेंज निवेश अवधि | 5 वर्ष में निवेश दोगुना के करीब। |
आसानी से उपलब्ध | किसी भी डाकघर से खरीदा जा सकता है। |
लोन सुविधा | प्रमाणपत्र को बैंक में जमानत रखकर लोन लिया जा सकता है। |
पात्रता (Eligibility Criteria)
- केवल भारतीय नागरिक इस योजना में निवेश कर सकते हैं।
- नाबालिग के नाम पर माता-पिता या अभिभावक निवेश कर सकते हैं।
- एकल या संयुक्त खाता (Single / Joint Holder) दोनों प्रकार की सुविधा उपलब्ध।
- NRI और HUF (Hindu Undivided Family) इस योजना में निवेश नहीं कर सकते।
निवेश सीमा (Investment Limit 2025)
विवरण | राशि |
---|---|
न्यूनतम निवेश | ₹1,000 |
अधिकतम सीमा | कोई ऊपरी सीमा नहीं |
लॉक-इन अवधि | 5 वर्ष |
(निवेश ₹100 के गुणांक में किया जा सकता है – जैसे ₹1,000, ₹1,100, ₹1,200 आदि।)
ब्याज दर (NSC Interest Rate 2025)
तिमाही | ब्याज दर (वार्षिक) |
---|---|
जनवरी – मार्च 2025 | 7.7% |
अक्टूबर – दिसंबर 2024 | 7.7% |
ब्याज वार्षिक रूप से कंपाउंड (compounded yearly) होता है,
लेकिन भुगतान मैच्योरिटी पर एकमुश्त (Lump Sum) रूप में किया जाता है।
ब्याज की गणना (Interest Calculation Example)
निवेश राशि | अवधि | ब्याज दर | मैच्योरिटी राशि (लगभग) |
---|---|---|---|
₹10,000 | 5 वर्ष | 7.7% | ₹14,500 |
₹50,000 | 5 वर्ष | 7.7% | ₹72,500 |
₹1,00,000 | 5 वर्ष | 7.7% | ₹1,45,000 |
(ये अनुमानित आंकड़े हैं; ब्याज दर में बदलाव होने पर राशि बदल सकती है।)
राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र कैसे खरीदें (How to Buy NSC)
Step 1: डाकघर जाएं
- अपने नजदीकी डाकघर शाखा में जाएं।
Step 2: आवेदन फॉर्म भरें
- “National Savings Certificate Application Form” भरें।
Step 3: दस्तावेज़ लगाएं
- आधार, पैन, पासपोर्ट साइज फोटो और पता प्रमाण लगाएं।
Step 4: राशि जमा करें
- नकद, चेक या डिमांड ड्राफ्ट द्वारा भुगतान करें।
Step 5: प्रमाणपत्र प्राप्त करें
- अब NSC e-Mode (ऑनलाइन एंट्री) या पेपर सर्टिफिकेट के रूप में जारी किया जाता है।
ऑनलाइन खरीद की सुविधा (Online Purchase)
कुछ पोस्ट ऑफिस और बैंकों में अब India Post e-Banking सुविधा के माध्यम से
NSC ऑनलाइन खरीदने का विकल्प उपलब्ध है।
इसके लिए आपको Post Office Savings Account और Net Banking दोनों एक्टिव होने चाहिए।
समय से पहले निकासी (Premature Withdrawal Rules)
शर्त | अनुमति |
---|---|
1 वर्ष से पहले | नहीं |
मृत्यु या न्यायालय के आदेश पर | अनुमति है |
1 वर्ष के बाद (विशेष परिस्थितियों में) | ब्याज में कटौती के साथ निकासी संभव |
NSC को समय से पहले भुनाने (encash) पर ब्याज दर थोड़ी कम मिलती है।
लोन सुविधा (Loan Against NSC)
- आप NSC प्रमाणपत्र को बैंक में जमानत (Collateral) रखकर लोन ले सकते हैं।
- बैंक प्रमाणपत्र की मूल राशि का 70%–90% तक ऋण प्रदान कर सकते हैं।
टैक्स लाभ (Tax Benefits under Section 80C)
- ₹1.5 लाख तक निवेश पर टैक्स छूट।
- हर वर्ष अर्जित ब्याज भी अगले वर्ष के निवेश के रूप में माना जाता है,
इसलिए उस पर भी धारा 80C की छूट लागू होती है। - मैच्योरिटी राशि टैक्स-फ्री नहीं, परंतु ब्याज पहले से टैक्स डिफर्ड माना जाता है।
मृत्यु या नामांकन के नियम (Nomination Rules)
- खाता खुलते समय ही नामांकन (Nominee) किया जा सकता है।
- खाता धारक की मृत्यु पर नामांकित व्यक्ति राशि प्राप्त कर सकता है।
- संयुक्त खाते में, बचा हुआ धारक (Joint Holder) प्राथमिक अधिकार रखता है।
खाते का ट्रांसफर (Transfer Rules)
- एक डाकघर से दूसरे डाकघर में NSC ट्रांसफर किया जा सकता है।
- धारक परिवर्तन (Ownership Transfer) भी संभव है
— जैसे माता-पिता से बच्चे के नाम पर, या जीवनसाथी के नाम पर।
Contact & Helpline
सेवा | विवरण |
---|---|
आधिकारिक वेबसाइट | https://www.indiapost.gov.in |
हेल्पलाइन नंबर | 1800-266-6868 |
ईमेल आईडी | postinfo@indiapost.gov.in |
संचालन विभाग | भारत डाक विभाग, संचार मंत्रालय |
FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1: राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र क्या है?
उत्तर: यह एक सरकारी बचत योजना है जिसमें निश्चित ब्याज दर पर 5 वर्ष के लिए निवेश किया जाता है।
प्रश्न 2: ब्याज दर कितनी है?
उत्तर: वर्तमान में ब्याज दर 7.7% वार्षिक है (जनवरी–मार्च 2025 तिमाही के लिए)।
प्रश्न 3: क्या इसमें टैक्स छूट मिलती है?
उत्तर: हाँ, धारा 80C के अंतर्गत ₹1.5 लाख तक की छूट मिलती है।
प्रश्न 4: क्या समय से पहले पैसा निकाला जा सकता है?
उत्तर: केवल मृत्यु या न्यायालय के आदेश की स्थिति में।
प्रश्न 5: मैच्योरिटी पर क्या मिलता है?
उत्तर: निवेश की गई राशि पर ब्याज सहित एकमुश्त भुगतान किया जाता है।
निष्कर्ष
राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC) एक ऐसा निवेश विकल्प है
जो सुरक्षित, स्थिर और टैक्स लाभ देने वाला है।
यह योजना उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो कम जोखिम के साथ निश्चित रिटर्न चाहते हैं।
अगर आप भी टैक्स बचत और गारंटीड ब्याज दोनों चाहते हैं,
तो अपने नजदीकी डाकघर में जाकर NSC निवेश करें
और अपने पैसे को सुरक्षित रूप से बढ़ाएं।
Disclaimer
यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है।
इसमें दी गई जानकारी सार्वजनिक सरकारी स्रोतों और अधिसूचनाओं के आधार पर तैयार की गई है।
हम किसी सरकारी संस्था से जुड़े नहीं हैं।
कृपया निवेश करने से पहले डाकघर या आधिकारिक वेबसाइट से ब्याज दर और नियमों की पुष्टि करें।
ब्याज दर समय-समय पर सरकार द्वारा संशोधित की जा सकती है।