NPS VS PPF: कौन सी स्कीम में तेजी से बनेगा करोड़पति? जानें पूरी जानकारी

भारत सरकार द्वारा लोगो के भविष्य के सेविंग को बढाने ने के लिए कई सारे निवेश योजनायें लायी जाती है। इसमें NPS और PPF दोनों शामिल है। इन दोनों स्कीम के मदद से लम्बे अवधि के लिए निवेश कर अच्छा रिटर्न हासिल किया जा सकता है। इस लेख में हम जानेंगे NPS VS PPF अकाउंट में कौन बेहतर है।

NPS मार्किट लिंक्ड योजना है वहीं PPF के रिटर्न फिक्स्ड होते है। हालाँकि दोनों योजना ही लम्बे अवधि में बहुत बढ़िया रिटर्न दे सकती है। तो चलिए जाने की योजना में सबसे तेजी से करोड़पति बना जा सकता है।

NPS VS PPF रिटर्न कैलकुलेशन

दोनों ही योजना एक आम आदमी के भविष्य को सुरक्षित करने के उद्देश्य से लाया गया है। PPF बहुत पुरानी स्कीम है। PPF में ब्याज दर फिक्स्ड रहता है। जिसे हर तिमाही संसोधित किया जाता है। वर्तमान में PPF पर 7.1% प्रति वर्ष ब्याज दर मिलता है।

PPF में निवेश राशि न्यूनतम 500 रूपये और अधिकतम ₹1.5 लाख सालाना हो सकता है। इस योजना में आपको 15 वर्ष तक निवेश करना होता है। निवेश की राशी का अधिकतम 50 फिसद 7 साल बाद निकाला जा सकता है। इस योजना को 15 वर्ष के बाद 5 वर्ष के लिए बढ़वाया जा सकता है।

NPS में कोई फिक्स्ड ब्याज नहीं मिलता है। इसमें राशी को इक्विटी, सरकारी बॉन्ड्स, कॉर्पोरेट डेट , और अन्य वित्तीय साधनों में निवेश किया जाता है। इस योजना में रिटर्न मार्किट के उतार चढाव से प्रभावित होता है। हालाँकि लम्बी अवधि पर औसतन 8%-10% का सालाना रिटर्न मिल सकता है। इसमें 60 साल की उम्र तक निवेश करना होता है। आंशिक निकाशी के लिए भी शर्ते है।

ओवरआल तुलना करें तो लम्बे समय के निवेश के हिसाब से NPS के जरिये जल्दी करोडपति बना जा सकता है। हालाँकि इसके लिए आपको थोड़ा जोखिम उठाना पड़ सकता है।

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इन दोनों योजना में निवेश के नुकसान

दोनों ही योजना लम्बे अवधि के निवेश के लिए बढ़िया है। लेकिन इसके साथ साथ इनके कुछ नुकसान भी है।

NPS के नुकसान –

  • लिक्विडिटी की कमी: 60 साल के उम्र होने से पहले निवेश की राशी को निकलना कठिन है। जिससे जरुरत पढने पर ज्यादा आशा नही किया जा सकता है।
  • रिटर्न्स गारंटीड नहीं हैं: यह योजना मार्किट से सम्बंधित है। इसीलिए इसमें रिटर्न की कोई गारंटी नहीं है।

PPF के नुकसान –

  • लिक्विडिटी की कमी: निवेश की राशी का 15 वर्ष तक लॉकइन पीरियड होता है। इससे पहले पैसे की जरुरत पढने पर कुछ कठिन प्रक्रिया का सामना करना पड़ सकता है।
  • रिटर्न सीमित: इसमें रिटर्न अन्य निवेश जो की मार्किट लिंक्ड है उनकी तुलना में कम है।

दो दोस्तों इस लेख में हमने NPS VS PPF पर डिटेल में चर्चा की है। अगर आपके मन में कोई सवाल या फिर सुझाव है तो कमेन्ट में जरुर साझा करें।

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