बैंक में कुछ ऐसे अकाउंट के प्रकार होते है जिनमे आपको जमा राशी पर ब्याज मिलता रहता है। इस लेख में हम जानेंगे की बैंक की ब्याज दर क्या है। हम जानेंगे की बैंक 1 महीने में कितना ब्याज देता है ?
अलग अलग बैंक द्वारा अलग अलग ब्याज दर का ऑफर दिया जाता है। क्योंकि बैंक का धंधा ही लोगो के पैसा जमा करने पर टिका है इसलिए ब्याज दर के ऑफर में बैंक में होड़ भी रहती है।
बैंक 1 महीने में कितना ब्याज देता है
बैंक द्वारा दो तरह के अकाउंट पर ब्याज दिया जाता है।
- सेविंग अकाउंट
- फिक्स्ड डिपाजिट।
1 महीने में कितना ब्याज मिलेगा, यह अलग अलग बैंक पर निर्भर करता है। हालाँकि ज्यादातर बैंक के सेविंग अकाउंट पर 3% से 6% प्रति वर्ष मिलता है। वहीं फिक्स्ड डिपाजिट पर लगभग 5% से 8% प्रति वर्ष ब्याज के रूप में मिलता है।
उधाहरण : अगर आप 1 लाख रूपये सेविंग अकाउंट या फिर फिक्स्ड डिपाजिट में जमा करते है। तो आपको 1 महीने में मिलेगा
अकाउंट | 1 साल में ब्याज | 1 महीने ब्याज |
सेविंग अकाउंट | 3,000-6,000 रूपये | 250-500 रूपये |
फिक्स्ड डिपाजिट | 5,000-8,000 रूपये | 416-666 रूपये |
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टॉप बैंक के ब्याज दर क्या है
चलिए जानते है देश के कुछ बेस्ट बैंक के फिक्स्ड डिपाजिट के ब्याज दर को। बैंक के फिक्स्ड डिपाजिट के ब्याज दर बाजार के हिसाब से घटते बढ़ते रहते है। यहाँ हम आपको इनके लेटेस्ट ब्याज दर को बताने जा रहें है।
बैंक | फिक्स्ड डिपाजिट ब्याज दर |
SBI | 6.10% – 6.60% |
HDFC Bank | 6.10% – 6.60% |
Axis Bank | 6.10% – 6.85% |
Bank of Baroda | 5.65% – 6.30% |
IDFC First Bank | 6.50% |
PNB | 5.80% – 6.30% |
IDBI Bank | 6.10% – 6.85% |
तो इस लेख में हमने आपको बताया की बैंक 1 महीने में कितना ब्याज देता है? साथ ही साथ आपको टॉप बैंक के फिक्स्ड डिपाजिट के लेटेस्ट ब्याज दर की जानकारी दी .
ब्याज दर कैलकुलेट करने का फॉर्मूला
अगर आप खुद से ब्याज की गणना करना चाहते हैं, तो यह सरल फॉर्मूला इस्तेमाल करें:
- सेविंग अकाउंट:
1 महीने का ब्याज = (मूलधन × वार्षिक ब्याज दर × 1) / (12 × 100)
उदाहरण: 1 लाख रुपये पर 4% सालाना दर से ब्याज = (1,00,000 × 4 × 1) / 1200 = ₹333.33 - फिक्स्ड डिपॉजिट:
1 महीने का ब्याज = (मूलधन × वार्षिक ब्याज दर × महीने) / (12 × 100)
उदाहरण: 1 लाख रुपये, 6 महीने के FD पर 7% दर से = (1,00,000 × 7 × 6) / 1200 = ₹3,500
बैंक ब्याज दरों की तुलना (2025)
नीचे दी गई टेबल में पब्लिक और प्राइवेट बैंकों की ब्याज दरों की तुलना देखें:
बैंक का प्रकार | सेविंग अकाउंट (सालाना) | फिक्स्ड डिपॉजिट (1 साल) |
---|---|---|
SBI (पब्लिक) | 2.70% – 3.00% | 6.10% – 6.60% |
HDFC (प्राइवेट) | 3.00% – 3.50% | 6.10% – 6.60% |
IDFC First Bank | 3.50% – 4.00% | 6.50% – 7.25% |
PNB (पब्लिक) | 2.75% – 3.00% | 5.80% – 6.30% |
नोट: यह दरें अक्टूबर 2025 तक अपडेट हैं। ब्याज दरें बदल सकती हैं, बैंक की वेबसाइट चेक करें।
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बेस्ट ब्याज दर पाने के टिप्स
- कई डिजिटल बैंक (जैसे AU Small Finance, IndusInd) ज्यादा ब्याज देते हैं।
- SBI, HDFC जैसे बैंक सीनियर्स को 0.50% अतिरिक्त ब्याज देते हैं।
- 6-12 महीने की FD पर ब्याज दर अच्छी मिलती है।
ब्याज दरों पर RBI का प्रभाव
RBI का रेपो रेट बैंकों की ब्याज दरों को प्रभावित करता है। जब RBI रेपो रेट बढ़ाता है, तो FD और लोन की दरें भी बढ़ती हैं। 2025 में RBI ने रेपो रेट 6.50% रखा है, जिससे FD दरें स्थिर हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
Q1. क्या बैंक ब्याज दर समय के साथ बदलती है?
जी हाँ, RBI के निर्देशों और मार्केट कंडीशन के अनुसार बैंक ब्याज दरें घट या बढ़ सकती हैं।
Q2. फिक्स्ड डिपॉजिट में कितनी बार ब्याज मिलता है?
ज्यादातर बैंक मासिक, तिमाही, या सालाना ब्याज देते हैं। आप अपनी सुविधा चुन सकते हैं।
Q3. क्या सेविंग अकाउंट पर ब्याज टैक्सेबल है?
हाँ, सेविंग अकाउंट पर ₹10,000 से ज्यादा ब्याज आय पर टैक्स लगता है (IT Act, Section 80TTA)।
कैलकुलेटर और टूल्स
अगर आपको गणना करने में दिक्कत हो, तो इन टूल्स का इस्तेमाल करें:
अगर आप किसी भी बैंक में फिक्स्ड डिपाजिट करवाना चाहते है तो पहले उनकी नियम और शर्त के बारे में जान लें। अगर आपके मन में कोई और सवाल है तो कमेन्ट सेक्शन में जरुर पूछें।